राजधानी के रामकृष्णा नगर थाना इलाके के नंदलाल छपरा स्थित नारायणी हॉस्पीटल के समीप एसकेएमवी कॉलेज के लेक्चरर विनोद कुमार के घर में भीषण डाका पड़ा। रविवार देर रात दो बजे आवास के पीछे से दीवार फांद कर घुसे डकैतों ने घर के लोगों को बंधक बनाकर दस लाख के जेवरात और डेढ़ लाख रुपये नकद लूट लिए। साथ ही किरायेदार एफसीआई के असिस्टेंट मैनेजर गजेंद्र कुमार के कमरे से जेवरात और एक लाख तीस हजार रुपये भी अपराधी ले गये।
करीब एक दर्जन हथियारबंद डकैतों ने घर की महिलाओं और अन्य लोगों के साथ मारपीट भी की। सुबह चार बजे तक लूटपाट करते रहे। इधर, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी सिटी, सदर डीएसपी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन की। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। वे घटनास्थल के आसपास के ही रहने वाले हैं। पकड़े गये युवक शराब के नशे में धुत थे।
पहले किरायेदार के कमरे में घुसे
सबसे पहले अपराधियों ने ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले गजेंद्र के कमरे का दरवाजा धक्का देकर खोला। उस वक्त गजेंद्र के भाई, भहो और उनका भतीजा वहां थे। डकैतों ने उन पर हथियार तान दिया और लूटपाट शुरू कर दी। इसके बाद वे पहले तल्ले पर गए। वहां रहने वाले मकान मालिक विनोद के कमरे को धक्का देकर खोला। उस वक्त वहां विनोद की पत्नी इंदु सिन्हा, बेटी और बहू थीं। सभी एक ही कमरे में सो रहे थे। डकैतों ने इंदु, उनकी बेटी और बहू के हाथ-पैर साड़ी से बांध दिये। फिर उनके साथ मारपीट की। एक-एक कर चार कमरों में रखे अलमीरा और अन्य बक्सों को खंगाल डाला।
महिला के कान से खींच लिया झुमका
नालंदा निवासी लेक्चरर विनोद कुमार की पत्नी इंदु ने कान में झुमका पहन रखा था। डकैतों ने उनके कान से जबरदस्ती झुमका खींच लिया। इससे उनके कान से खून बहने लगा। इसके बाद उन्होंने खुद ही दूसरा झुमका और चेन सहित अन्य आभूषण डकैतों को दे दिये। विनोद के बेटे अजीत कुमार पटना जीपीओ में एकाउंटेंट हैं।