पटना के बाशिंदों को जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस से यात्रा करने का मौका मिलेगा। यह अवसर उन्हें अगले वर्ष तक मिलेगा। दानापुर रेल मंडल ने वाराणसी से पटना होकर कोलकाता तक वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड और मंत्रालय को भेजा है।
रेलवे बोर्ड ने अलग-अलग रेल मंडलों और जोन से इस ट्रेन के चलाने संबंधी प्रस्ताव मांगे थे। इस वित्तीय वर्ष 2019-20 के अंत तक वंदे भारत की और 10 रैक तैयार हो जाएंगी। आईसीएफ चेन्नई में इनका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। दस रैक की उपलब्धता से पहले रेलवे बोर्ड नए वंदे भारत ट्रेन का रूट तय करने की योजना बना रहा है। पूर्व में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी पटना से कोलकाता के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। रैक मिलने के बाद शुरुआत में एक ही रैक से अप और डाउन में वाराणसी से कोलकाता के बीच गाड़ी चलेगी।
दीनदयाल उपाध्याय-पटना-झाझा से कोलकाता की रेललाइन भी सबसे मजबूत और मेंटेन रेललाइनों में से एक है। इस रूट पर 160 से 180 किलोमीटर की स्पीड तक ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। इस ट्रेन से वाराणसी से कोलकाता के बीच की दूरी कम समय में तय होगी। लगभग 130 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से यह ट्रेन चलेगी। साढ़े सात घंटे में यह कोलकाता पहुंच जाएगी।
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