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शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने TCS समेत टाटा की सभी कंपनियों में मांगी हिस्सेदारी, सुप्रीम कोर्ट को सौंपा Exit प्लान

टाटा समूह के साथ चार साल पुराना विवाद समाप्त करने के लिए शापूरजी पालोनजी (एसपी) समूह ने टाटा संस में अपनी  करीब 18.4 % छोड़ने की पेशकश की है। इसके बदले उसने उसी अनुपात में टाटा समूह की लिस्टेड...

शापूरजी पालोनजी ग्रुप ने TCS समेत टाटा की सभी कंपनियों में मांगी हिस्सेदारी, सुप्रीम कोर्ट को सौंपा Exit प्लान
एजेंसी,नई दिल्लीFri, 30 Oct 2020 09:35 AM
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टाटा समूह के साथ चार साल पुराना विवाद समाप्त करने के लिए शापूरजी पालोनजी (एसपी) समूह ने टाटा संस में अपनी  करीब 18.4 % छोड़ने की पेशकश की है। इसके बदले उसने उसी अनुपात में टाटा समूह की लिस्टेड इकाइयों में हिस्सेदारी मांगी है। शापूरजी पालोनजी समूह ने टाटा ग्रुप से अलग होने की योजना उच्चतम न्यायालय को सौंप दी है।

शापूरजी पलोनजी समुह ने टाटा ग्रुप की कंपनी टीसीएस में 13.22 फीसदी की हिस्सेदारी मांगी है। टाटा ब्रांड में प्रोराटा के आधार पर शेयर मांगा है। मिस्त्री परिवार की ओर से अदालत में कहा गया है कि टाटा में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य 1.75 लाख करोड़ रुपये बैठता है। 

इससे पहले साइरस मिस्त्री को 28 अक्टूबर 2016 को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया था। शापूरजी पालोनजी समूह ने उच्चतम न्यायालय में दावा किया है  कि टाटा संस प्रभावी तरीके से दो-समूहों की कंपनी है। इनमें टाटा समूह में टाटा ट्रस्ट, टाटा परिवार के सदस्य और टाटा की कंपनियां शामिल हैं। इनकी टाटा संस में कुल इक्विटी शेयर पूंजी 81.6 फीसदी है। वहीं मिस्त्री परिवार के पास 18.37 फीसदी हिस्सेदारी है। 

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इस हिस्सेदारी का मूल्यांकन सभी सूचीबद्ध शेयरों, गैर-सूचीबद्ध शेयरों, ब्रांड, नकदी और अचल संपत्तियों के आधार पर निकाला गया है। टाटा संस में शापूरजी प़ालोनजी समूह की 18.37 फीसदी हिस्सेदारी का मूल्य उसके हिसाब से 1,75,000 करोड़ रुपये बैठता है। शापूरजी पालोनजी समूह ने कहा कि टाटा से अलग होने की योजना के तहत मूल्यांकन में किसी तरह के विवाद को समाप्त करने के लिए सूचीबद्ध संपत्तियों में प्रो-राटा के आधार पर विभाजन किया जा सकता है। 

उच्चतम न्यायालय के शापूरजी पालोनजी समूह पर टाटा संस के शेयर रखने से रोक लगाने के बाद समूह ने 22 सितंबर को बयान जारी किया था। इसमें कहा गया था कि अब टाटा समूह से अलग होने का समय आ गया है। कंपनी ने कहा कि मामला अभी उच्चतम न्यायालय के विचाराधीन है। इसलिए वह न्यायालय की गतिविधियां दोबारा शुरू होने का इंतजार करेगी। यह 28 अक्टूबर के लिए निर्धारित था। टाटा संस ने शापूरजी पालोनजी समूह द्वारा उसके शेयर गिरवी रखने पर आपत्ति जताई थी। समूह यह शेयर कोष जुटाने के लिए गिरवी रखना चाहता था।

शापूरजी पालोनजी समूह ने अप्रत्याशित रूप से टाटा समूह के साथ अपनी सात दशक पुरानी साझेदारी को खत्म करने की घोषणा की। 30 जून तक शापूरजी पालोनजी समूह की स्टर्लिंग और विल्सन में 50.6% हिस्सेदारी और फोर्ब्स में 72.6% की हिस्सेदारी है।

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