शिक्षकों की भारी कमी झेल रहे उत्तर प्रदेश के मेडिकल कालेजों व चिकित्सा संस्थानों को कैबिनेट ने राहत दी है। आचार्यों (प्रोफेसर्स) की भारी कमी को देखते हुए सरकारी मेडिकल कालेजों, चिकित्सा संस्थानों तथा चिकित्सा विश्वविद्यालयों के अलावा आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज के रिटायर्ड चिकित्सा शिक्षकों में से ऐसे आचार्य जो अधिवर्षता आयु पूरी कर सेवा निवृत हुए हैं, को कैबिनेट ने आचार्य (प्रोफेसर) (कन्सल्टेंट) के रूप में 2,20,000 रूपये प्रतिमाह के नियत पारिश्रमिक पर पुनर्नियोजित किए जाने की अनुमति प्रदान कर दी है।
वर्तमान में प्रदेश के 4 नवस्थापित चिकित्सा संस्थान अथवा विश्वविद्यालयों में आचार्यों की भारी कमी है जिससे शैक्षिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई, इटावा में आचार्य के कु 40 पद सृजित हैं जिसके सापेक्ष 33 पद रिक्त हैं इस प्रकार उक्त विश्वविद्यालय में आचार्य के 83 प्रतिशत पद रिक्त हैं।
सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय एवं स्नात्तकोत्तर शैक्षिक संस्थान नोएडा में आचार्य के कुल 17 पद सृजित है जिनमें', 11 पद रिक्त हैं। वहीं राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रटर नोएडा में आचार्य के कुल 13 पद हैं जिसमें',06 पद रिक्त हैं। वहीं लखनऊ स्थित कैंसर संसथान में आचार्य 11 पद सृजित हैं और सभी पद रिक्त हैं।