EXCLUSIVE: शास्त्री बोले- ऋषभ पंत बहुत खास, हम करेंगे उनका सपोर्ट

ऋषभ पंत की बिगड़ी फॉर्म और खराब शॉट सिलेक्शन को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में ऋषभ पंत और ऋद्धिमान साहा दोनों ही टीम का हिस्सा हैं। वेस्टइंडीज दौरे पर साहा को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी, लेकिन भारत के टर्निंग विकेट को देखते हुए टीम मैनेजमेंट पंत को बेंच पर बैठाकर साहा को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकता है। हालांकि हेड कोच रवि शास्त्री ने साफ तौर पर कहा है कि ऋषभ पंत को तब तक बैक किया जाएगा, जब तक उन्हें अपने पोटेंशियल का अंदाजा नहीं हो जाता।

हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने जसप्रीत बुमराह की चोट, बाकी तेज गेंदबाजों के वर्कलोड मैनेजमेंट और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर बातचीत की। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा एक अलग रोल में नजर आ सकते हैं। ऐसे में उन पर भी नजरें टिकी रहेंगी। 

सवालः कब और क्यों आपने हेड कोच पद के एक्सटेंशन के बारे में सोचा?
जवाबः जैसे ही चीजें बाहर आईं, मैं अपने दिमाग में पूरी तरह से क्लीयर था कि टीम किस दिशा में आगे बढ़ रही थी। मैं क्रिकेटर के तौर पर खेल चुका हूं, ब्रॉडकास्टिंग का हिस्सा रह चुका हूं, कोच और डायरेक्टर के तौर पर टीम के साथ जुड़ चुका हूं, ऐसे में आप जानते हैं कि टीम किस तरह से आगे बढ़ रही है। मेरे लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसने इस पद के लिए अप्लाई किया है।

सवालः आप अपने पिछले कार्यकाल में टीम के प्रदर्शन को किस तरह से आंकेंगे?
जवाबः आपको इस टीम की तरह कंसिस्टेंट रही टीम के बारे में सोचना पड़ेगा। हां, आपने कुछ अहम मैच गंवाए, लेकिन जिस तरह से इस टीम ने प्रदर्शन किया है, और पिछले साल हमनें ज्यादातर मैच ओवरसीज खेले। टीम की हर जगह तारीफ हुई। इंग्लैंड में हम भले ही टेस्ट सीरीज 1-4 से हारे, लेकिन फिर भी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा था।

सवालः ऐसे कौन से क्षेत्र हैं, जिसमें टीम बेहतर हुई है?
जवाबः हम प्रतिस्पर्धा के मामले में बेहतर हुए हैं, हम आक्रामकता के मामले में बेहतर हुए हैं, कंसिस्टेंसी की बात करें तो हम अब सिर्फ घरेलू मैदानों पर कंसिस्टेंट नहीं हैं, बल्कि हर जगह ही हैं। सबसे अहम है कि हम बेहतर फील्डिंग टीम बन चुके हैं, बेस्ट फील्डिंग साइड। गेंदबाजी के अलावा फील्डिंग इंप्रूवमेंट बहुत अहम रहा है। कुछ उतार-चढ़ाव रहे हैं, लेकिन पिछले दो-तीन साल में ये बिना किसी शक के भारत की बेस्ट फील्डिंग टीम है।

सवालः आप किन क्षेत्रों में टीम को बेहतर करना चाहेंगे?
जवाबः कंसिस्टेंसी बनी रहे और युवाओं को हम समय देना चाहेंगे। हर टीम ही ट्रांजीशन फेज से गुजरती है, आप तीन साल से नंबर-1 टीम बने हुए हैं, एक समय आएगा जब टीम नीचे जाएगी, हर फॉरमैट में। कोई टीम 8-10 साल कंसिस्टेंसी नहीं बनाए रख सकती है। इसलिए अगर आप स्मार्ट हैं, तो तीन-चार साल बाद हार से घबराएंगे नहीं। आपको मालूम है कि युवाओं को समय देकर आप इस दौर से बाहर निकल सकते हैं। 

सवालः टी20 विश्व कप के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज 1-1 से बराबरी पर रही, इसे देखकर नहीं लगता कि आपको अपनी रणनीति और कॉम्बिनेशन के बारे में दोबारा सोचने की जरूरत है?
जवाबः कोई दोबारा सोचने की जरूरत नहीं है। हमें हार से कोई डर नहीं है, हम इंटेंट के साथ खेलते हैं। हम जरूरत पड़ने पर खिलाड़ियों को अलग-अलग पोजिशन पर इस्तेमाल करेंगे। जब हम न्यूजीलैंड (फरवरी-मार्च) पहुंचेंगे तब तक हमें समझ में आ चुका होगा कि कौन टीम के लिए उपलब्ध है, कौन नहीं है, कौन चोटिल है, कौन नहीं है। आपको 17-18 खिलाड़ियों का विकल्प मिल चुका होगा।

सवालः गेंदबाजी में आपके सामने मुश्किल विकल्प है, आप कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के अटैकिंग ऑप्शन को वापस लाएंगे या फिर ऐसे गेंदबाजों को खिलाएंगे जो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं?
जवाबः हर कोई टीम के लिए उपलब्ध है। ये इस तरह से है कि मेरे पास मेन्यू है और मेरा मेन्यू टू-कोर्स मेन्यू नहीं है, ये 8-कोर्ट मेन्यू है। हम हर किसी के बारे में सोचेंगे। देखते हैं वो मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं। क्या वे शानदार फील्डर हैं? क्या वे बल्लेबाजी कर सकते हैं? और वे कितनी गेंदबाजी कर सकते हैं? जो भी मैच विनर होगा, उसको जरूर तरजीह दी जाएगी, लेकिन आपको ये भी सोचना होगा कि आपको कितने मैच विनर चाहिए। मैच विनर कुछ फॉल्ट्स के साथ भी आते हैं।

सवालः एक लीडर के तौर पर आप विराट कोहली को कैसे ग्रो करते हुए देखते हैं?
जवाबः ये सभी के देखने के लिए है, और मैं हमेशा कह चुका हूं कि वो इस उम्र में बस बेहतर ही होगा। मैं खुद भी कप्तान रह चुका हूं और एक कप्तान टेबल पर काफी कुछ लेकर आता है, आप हर तरह से बेहतर होते हैं। लोग सोचते हैं कि कप्तानी का मतलब बस सही फैसले लेना है, लेकिन इसके अलावा भी काफी कुछ चीजें होती हैं। आप किसी गेम को कैसे कंट्रोल कर रहे हैं, मेरे हिसाब से एक कप्तान की बॉडी लैंग्वेज सबसे ज्यादा अहम होती है। वो जो पैशन दिखा रहा है वो शानदार है। वो सिर्फ सीख रहा है और बेहतर हो रहा है।

सवालः टी20 कप्तानी की बात करते हैं, ऐसा कोई क्षेत्र है जिसमें आप चाहते हों कि विराट कोहली बेहतर हों और आप उन्हें किस तरह से हेल्प कर रहे हैं?
जवाबः नहीं, ये एक इंटरनल डिसकशन है, ये सब इस पर निर्भर करता है कि हम किस कॉम्बिनेशन के साथ खेलते हैं। हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, हम अलग-अलग चीजें इस्तेमाल करेंगे। हमें हार का डर नहीं है। सबसे जरूरी जो है वो ये है कि हम जीतने के लिए खेलेंगे। जब आप अलग-अलग कॉम्बिनेशन इस्तेमाल करते हैं, तो आप कुछ मैच हारते ही हैं। 

सवालः दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से जसप्रीत बुमराह का चोटिल होकर बाहर होना टीम के लिए काफी बड़ा झटका है...
जवाबः हां, सभी जानते हैं कि वो वर्ल्ड क्लास गेंदबाज है। ये सब प्लेयर मैनेजमेंट की बातें हैं। तीन फॉरमैट में टीम खेलती है, वो एक ऐसा खिलाड़ी है जो तीनों फॉरमैट खेल सकता है, आपको देखना होता है कि कौन सी सीरीज में उसका खेलना कितना जरूरी है, इस तरह से आप खिलाड़ी को प्रोटेक्ट करते हैं। चोटिल होना खेल का हिस्सा है। ये जरूरी नहीं कि भारतीय टीम जब भी खेले वो अपनी बेस्ट टीम के साथ ही खेले। चोटिल होना या कुछ और फैक्टर्स हो सकते हैं, जो खिलाड़ी को मैच से बाहर कर सकते हैं। 

सवालः जब हम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का चैलेंज देखते हैं, तो आपको क्या लगता है कि बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट कितना अहम होगा?
जवाबः हां बिल्कुल, ये काफी अहम होगा। हमारे सभी तेज गेंदबाज अपने पिछले सालों का रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, सभी हमारे लिए खास हैं। बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा सभी। ये तीनों ही बहुत अहम हैं। इसके अलावा हमारे पास उमेश यादव, नवदीप सैनी और खलील अहमद हैं टेस्ट में जगह बनाने के लिए। आपके पास दीपक चाहर हैं, जो अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं।

सवालः रोहित से टेस्ट में पारी का आगाज कराने का आइडिया कैसे आया? क्या आपने और विराट ने इस पर फैसला लिया या फिर सिलेक्टर्स ने ये सुझाव दिया?
जवाबः ये सब मिलाजुला है। मुझे हमेशा से लगा है कि रोहित में एक्स-फैक्टर है। लेकिन ये काफी मुश्किल होता है, नंबर-5 या नंबर-6 के बल्लेबाज के लिए करना। ये सबकुछ दिमाग से जुड़ा हुआ है। अगर वो इससे उबर जाते हैं तो वो हमारे लिए मैच विनर साबित हो सकते हैं। और हम उन्हें इसके लिए समय देंगे, हम उन्हें पुश नहीं करेंगे।

सवालः आप एक बल्लेबाज के तौर पर कैसे आगे बढ़े, कैसे लोअर ऑर्डर से टॉप ऑर्डर बल्लेबाज बने, रोहित के मामले में फैसला लेने में इसका भी हाथ रहा होगा?
जवाबः यही मेन कारण है कि मैंने उसे 2015 में ऐसा करने के लिए कहा था। मैं उससे अपने अनुभव की बात कर रहा था। ऐसे बहुत से खिलाड़ी रहे हैं, जिन्हें भारत के लिए पारी का आगाज करना चाहिए था, लेकिन कम में ही इतना दम था। कभी-कभी सबकॉन्टिनेंट में आपको बस पांच बल्लेबाजों की जरूरत होती है। मेरे लिए यही मौका था और मैंने इस तरह से ही पारी का आगाज करना शुरू किया था।

सवालः आपके सामने वीरेंद्र सहवाग की सफलता का भी उदाहरण है...
जवाबः बिल्कुल, सहवाग जैसा खिलाड़ी... वेस्ट इंडीज दौरे (2001-02) पर टीम गेट-टूगेदर में मैं उनसे मिला था। तब उनसे टेस्ट में ओपनिंग को लेकर 15 मिनट तक बातचीत हुई थी। मैंने उनसे कहा था कि आप ऐसा करिए और ये आपके लिए बेस्ट पोजिशन होगी। बाकी सब अब इतिहास है। मैंने उनसे कहा था कि ओपन करना बस माइंड गेम है। 

सवालः टी20 टीम में रोहित शर्मा का क्या रोल रहता है? क्या टी20 टीम में उनकी लीडरशिप स्किल्स को वैसे इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे वनडे में धौनी की लीडरशिप को किया जाता है?
जवाबः हमारे पास एक टीम है, हर खिलाड़ी का काम है कि वो कम्यूनिकेट करे, जो भी टीम को लीड कर रहा है। कई बार टीम के सबसे जूनियर खिलाड़ी स्ट्रैटजी में अहम योगदान देते हैं। रोहित के पास अनुभव है, वो टीम के उप-कप्तान हैं, तो कप्तान से बात करते रहते हैं। सफेद गेंद क्रिकेट की बात करें तो वो दुनिया के बेस्ट खिलाड़ियों में शुमार हैं।

सवालः ऋषभ पंत हाल के दिनों में अंडर-प्रेशर रहे हैं, आपकी रणनीति में वो कितने अहम हैं?
जवाबः पंत अलग खिलाड़ी हैं, वो वर्ल्ड क्लास हैं और खतरनाक मैच-विनर भी। सफेद गेंद क्रिकेट में बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हैं। हम इसीलिए उनके साथ काफी धैर्य से काम कर रहे हैं। आप लोगों की सभी मीडिया रिपोर्ट के बीच वो टीम इंडिया के साथ सही स्थिति में हैं। एक्सपर्ट्स का काम है लिखना और अपनी बात कहना, पंत खास खिलाड़ी हैं और वो काफी कुछ टीम के लिए कर चुके हैं। वो यहां से सिर्फ सीखेंगे, टीम मैनेजमेंट उन्हें हर तरह से बैक करेगा।

सवालः टीम मैनेजमेंट की आलोचना से क्या उन पर एक्स्ट्रा प्रेशर बन रहा है?
जवाबः टीम मैनेजमेंट मत कहिए, अगर कोई कुछ गलत करता है तो मुझे उसे ऐसा करने से रोकना होगा। क्या मैं यहां तबला बजाने के लिए हूं? लेकिन हां पंत वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर हैं, ये खिलाड़ी काफी डिस्ट्रक्टिव हो सकता है। हम उसे इंटरनेशनल क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए पूरा सपोर्ट देंगे।

सवालः पृथ्वी शॉ के करियर को लेकर आप क्या सोचते हैं? ये कितना जरूरी है कि ऐसा टैलेंट कहीं खो ना जाए।
जवाबः वो हमारा हिस्सा है, वो मुश्किल समय से गुजर रहा है। मुझे इसके बारे में पूरी डिटेल्स नहीं पता हैं। लेकिन वो हमारे सिस्टम का हिस्सा है। मैंने उससे बीच में बात भी की थी।

सवालः जब उनके ऊपर से बैन हटेगा तो क्या प्रोसेस होगा? क्या वो टीम में डायरेक्ट वापसी करेंगे या पहले उन्हें डोमेस्टिक सर्किट पर खुद को साबित करना होगा?
जवाबः इसका जवाब आपको चयनकर्ता दे सकते हैं।

सवालः टीम में अगर स्पिन अटैक लीड करने की बात करें तो अश्विन कहां मौजूद हैं?
जवाबः तीन टेस्ट सीरीज खेली जानी हैं और आपको खुद मौका मिलेगा कि आप इस पर अपना फैसला ले सकें। वो वर्ल्ड क्लास गेंदबाज हैं, हमारे पास रविंद्र जडेजा हैं, वो भी वर्ल्ड क्लास हैं। कुलदीप यादव भी अहम गेंदबाज हैं। वो अभी भी यंग हैं।

सवालः क्यों अब अश्विन टीम के लिए ऑटोमैटिग च्वॉइस नहीं हैं? क्या कंडीशन्स की वजह से ऐसा है या फिर और स्पिनर्स उनसे बेहतर हैं?
जवाबः ये सब टैक्टिकल बातें हैं, जिसके बारे में मैं आपसे बात नहीं कर सकता। आपने वेस्टइंडीज में देखा कि क्या कुछ हुआ और आपने रिजल्ट भी देखा। आप मुझसे ये नहीं पूछ सकते कि प्लेइंग इलेवन का हिस्सा कौन होगा, क्योंकि सभी टीम का हिस्सा हैं। ये सवाल इसलिए आया क्योंकि पिछले चार-पांच साल से वो टेस्ट टीम में ऑटोमैटिक च्वॉइस रहे हैं, लेकिन क्रिकेट में कुछ भी ऑटोमैटिक नहीं होता। जब ऑटोमैटिक चीजें काम नहीं करती तो कुछ अलग करने की जरूरत होती है।

सवालः जब हम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गए थे, तो हमारे लिए हरी घास वाले विकेट थे, क्या इस सीरीज में विकेट को लेकर कोई प्रिफ्रेंस होगी?
जवाबः हम वैसे विकेट पर खेलेंगे, जैसे विकेट पर हम खेलना चाहते हैं, लेकिन ये ग्राउंड्समैन पर छोड़ दिया जाएगा। विकेट भारतीय विकेट जैसा होगा, पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का मैच भारत में खेला जा रहा है। जहां तक मेरा सवाल है पिछले 40 सालों में ये सबसे बड़ा वर्ल्ड कप होगा। मैच घरेलू हो या बाहर टीम एकजुट होकर खेलेगी। जो भी ग्राउंड्समैन के तौर पर अपना काम कर रहा है, उन्हें भारत के बारे में सोचते हुए अपना काम करना चाहिए।

सवालः अगले दो साल में क्या वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सबसे बड़ा चैलेंज रहेगा? आप इसमें कैसे सफलता पाएंगे?
जवाबः हमारे पास रणनीति है, मैच घरेलू हों या बाहर। हमें खिलाड़ियों को आराम देना होगा, हमें देखना होगा कि कौन सी कंडीशन में कौन सा खिलाड़ी बेहतर साबित होगा। आपको देखना होगा कि कौन से खिलाड़ी को कब कौन सा ट्रीटमेंट चाहिए, सबकी फिटनेस पर नजर बनाए रखनी होगी। ये आसान काम नहीं होगा।

सवालः एक कोच के तौर पर आप केएल राहुल को देखकर निराश होंगे? उनके खेल को क्या हो गया है?
जवाबः आप सही कह रहे हैं, लेकिन वो खिलाड़ी सच में अच्छा टैलेंट है। मुझे भरोसा है कि वो बस एक या दो पारी दूर है।

सवालः हमें द्विपक्षीय सीरीज में काफी सफलता मिली है। विश्व कप जैसे खिताब जीतने को लेकर आप क्या सोचते हैं?
जवाबः बस यही एक चीज बची है। अगर ये हो जाता है, तो ये टीम भारतीय क्रिकेट इतिहास में बेस्ट टीम हो जाएगी। अभी भी लोग इसके बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन आप एक बार विश्व कप जीत लेते हैं, तो बस बाकी सबके बारे में भूल जाते हैं।

सवालः आप इस दक्षिण अफ्रीकी टीम के बारे में क्या सोचते हैं, क्या उनमें अनुभव की कमी है? भारतीय टीम का पलड़ा भारी होगा?
जवाबः कभी भी दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया की टीम कमजोर नहीं हो सकती है। ये टीमें फाइटर्स हैं। ये टीमें हमेशा कड़ी टक्कर देती हैं और हमें इसका इंतजार है। हम हर विरोधी टीम का सम्मान करते हैं। ये आपका काम है कि आप इस पर फैसला लें कि कौन सी टीम जीतने की प्रबल दावेदार है। 

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