पाकिस्तान में बीते दिनों सफर के दौरान रास्ते में देर रात फंसी महिला के साथ दो बच्चों के सामने बलात्कार की घटना हुई। इस बलात्कार की घटना ने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया और देशवासियों में आक्रोश है। मगर असली आग में घी डालने का काम पाकिस्तान के पुलिस अधिकारी उमर शेख के बयान कर रहे हैं। रेप पीड़िता पर ही सवाल खड़े करते हुए पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी उमर शेख ने सीनेट ह्यूमन राइट पैनल के सामने कहा कि यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि महिला अपने पति की इजाजत के बगैर देर रात सफर कर रही थी।
दरअसल, बीते दिनों (महीने की शुरुआत में) 30 साल की महिला के साथ रेप की यह घटना तब हुई, जब वह देर रात सफर कर रही थी और लाहौर-सियालकोट हाइवे पर उनकी कार का पेट्रोल खत्म हो गया था। उस रात कार में मौजूद उनके दो बच्चों के सामने ही महिला का रेप किया गया। इस घटना के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में आक्रोश फैल गया और इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो गई।
इस घटना के कुछ दिन बाद लाहौर कैपिटल सिटी पुलिस अधिकारी शेख ने पीड़ित महिला पर ही सवाल उठा दिया कि वह देर रात बाहर क्यों गई थी। इन टिप्पणियों से महिला अधिकार संगठनों समेत लोगों का गुस्सा फुट पड़ा और अधिकारी के इस्तीफे की मांग उठने लगी।
डॉन अखबार के मुताबिक, सोमवार को शेख को समिति द्वारा मामले की प्रगति पर एक ब्रीफिंग देने के लिए बुलाया गया था। पैनल ने पुलिस अधिकारी शेख को उनके बयान के लिए फटकार लगाई। समिति ने कहा कि अनुमान और धारना बनाना बंद कीजिए। समिति ने जब फैक्ट की बजाय व्यक्तिगत राय देने को लेकर शेख को फटकारा तो उन्होंने कहा, 'मुझे बताया गया कि वीडियो कॉल पर अपने पति से बात करने के लिए पीड़िता देर रात घर से निकली।'
अधिकारी शेख ने कहा कि पीड़िता अपने सफर पर जाने पहले सावधानी बरतने में विफल रही थी। लाहौर पुलिस प्रमुख के तर्क के अनुसार, महिला गलत समय पर गलत जगह पर जाने से बच सकती थी। उन्होंने कहा कि उन्हें हाईवे से जाने के बजाय अधिक आबादी वाली जीटी रोड से जाना चाहिए था और यह भी जांचना चाहिए था कि उनकी कार में कितना ईंधन बचा है। बाद में पत्रकारों के साथ एक अन्य बातचीत में उन्होंने कहा था कि पीड़िता अपने बच्चों के साथ देर रात सफर कर रही थी क्योंकि उसे लगा कि यह फ्रांस है।