श्रमिक स्पेशल ट्रेन आने की भनक लगते ही उछलने लगता नन्हा प्रेम
टाटानगर स्टेशन परिसर में जैसे ही बसें कतार में लगनी शुरू होती हैं, नन्हा सा प्रेम उछलते-कूदते स्टेशन परिसर की पार्किंग में डेरा डाल देता है। वह समझ जाता है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन आने वाली है, उसे...
टाटानगर स्टेशन परिसर में जैसे ही बसें कतार में लगनी शुरू होती हैं, नन्हा सा प्रेम उछलते-कूदते स्टेशन परिसर की पार्किंग में डेरा डाल देता है। वह समझ जाता है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन आने वाली है, उसे पूड़ी-सब्जी मिलेगी।
टाटानगर स्टेशन पर भिक्षाटन करने वाले परिवार का नन्हा बेटा इन दिनों लॉकडाउन में मायूस रहता है। लॉकडाउन के बाद कुछ दिनों तक विभिन्न संगठन और रेलवे कर्मचारी भी भोजन बांटते थे, पर कुछ दिनों से स्टेशन परिसर में खिचड़ी भी लोग खिलाने नहीं आ रहे हैं। प्रेम को अब श्रमिक स्पेशल की उम्मीद रहती है। वह रेलवे कर्मचारियों से पूछता रहता है कि स्पेशल ट्रेन कब आएगी।
टाटानगर स्टेशन परिसर में शुक्रवार को प्रेम ट्रेन आने से पहले पार्किंग के एक किनारे में बैठकर प्रवेश द्वार की ओर निहार रहा था। जैसे ही प्लेटफार्म से यात्रियों को कतार में निकलते देखा, सीधे बस के पास दौड़कर खड़ा हो गया। यात्री बस में सवार हुए तो बस चालक उसे देखते ही ड्राइविंग सीट पर रखे भोजन का पैकेट दे दिया। उसे लेकर दौड़ता हुआ वह एक कोने में बैठकर खाने लगा। उसे बस चालक भी पहचान गए हैं। जब भी कोई उसे सवाल करता तो चुपचाप मुस्कुराता रहता है।