टाटानगर आ रही साउथ बिहार एक्सप्रेस में दर्जनभर यात्रियों से लूट
राजेन्द्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस के तीन स्लीपर बोगियों को निशाना बनाकर बदमाशों ने दर्जनभर यात्रियों से 12 लाख रुपये से ज्यादा के जेवर व नगदी चोरी कर ली। घटना मंगलवार रात जसीडीह व आसनसोल स्टेशन...
राजेन्द्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस के तीन स्लीपर बोगियों को निशाना बनाकर बदमाशों ने दर्जनभर यात्रियों से 12 लाख रुपये से ज्यादा के जेवर व नगदी चोरी कर ली। घटना मंगलवार रात जसीडीह व आसनसोल स्टेशन के बीच की है।
इससे यात्रियों ने चलती ट्रेन व जहां भी ट्रेन रुकी, उस स्टेशन पर हंगामा कर जांच करने की गुहार लगाई। लेकिन रेल पुलिस ने घटना पर ध्यान नहीं दिया। बुधवार सुबह चांडिल रेल पुलिस ने दो यात्रियों के बयान पर एक केस दर्ज किया है। जबकि टाटानगर रेल थाने में दो महिलाओं ने मामला दर्ज कराया है। इधर, रेल एसपी संगीता कुमारी ने कहा कि यात्रियों के बयान दर्ज हो गए हैं, जिसे आसनसोल जीआरपी को भेजा जाएगा।
बर्बाद हो गए चार परिवार : यात्रियों के मुताबिक बदमाशों ने करीब 10-12 लाख के आभूषण व नगद की चोरी कर ली। चोरी की घटना के शिकार होने वाले चार यात्रियों में जमशेदपुर बागबेड़ा निवासी झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजकमल शर्मा, परसूडीह के दमयंती देवी,चक्रधरपुर पीडबल्यूआई इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार एवं सीतामढ़ी के रीना देवी शामिल हैं।
बच्ची का कैसे होगा इलाज, रुपये ले गए : बदमाशों द्वारा चोरी की घटना की शिकार हुई सीतामढ़ी की रहने वाली रीना देवी ने बताया कि वह राजेन्द्रनगर से रायपुर अपनी 5 वर्षीय बच्ची का इलाज कराने जा रही थी। बेटी के दिल में छेद है। मैंने काफी प्रयास से 2 लाख रुपये जमा किए थे। अब बच्ची का इलाज कैसे कराएंगे? यह बोलकर वह फफक पड़ी।
हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे अधिवक्ता : जमशेदपुर बागबेड़ा निवासी व झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजकमल शर्मा ने बताया कि वह इस घटना को झारखंड हाइकोर्ट में दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान कहीं भी रेल सुरक्षा का इंतजाम नहीं थे। इसके लिए रेल के आला अधिकारी जिम्मेवार हैं।
रेलवे के खिलाफ यात्रियों में दिखा आक्रोश : चलती ट्रेन में चोरी की घटना को लेकर यात्रियों में रेल प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश दिखा। यात्रियों का कहना था कि यात्रा के दौरान किसी भी बोगी में सुरक्षा बल के इंतजाम नहीं थे। चांडिल के पहले पुरुलिया एवं कई रेलवे स्टेशनों में मामला दर्ज कराने का प्रयास किया गया, पर मामला दर्ज नहीं किया गया।