चक्रधरपुर मंडल की रेल लाइन पर ड्रोन कैमरे से नजर
टाटानगर समेत हावड़ा-मुंबई मार्ग की रेललाइन पर अब ड्रोन कैमरे से निगरानी होगी। रेलवे बोर्ड से यह आदेश सभी जोन व मंडल के लिए जारी हुआ...
टाटानगर समेत हावड़ा-मुंबई मार्ग की रेललाइन पर अब ड्रोन कैमरे से निगरानी होगी। रेलवे बोर्ड से यह आदेश सभी जोन व मंडल के लिए जारी हुआ है। इससे चक्रधरपुर मंडल समेत हर मंडल की रेललाइन पर ड्रोन कैमरे लगेंगे। जबलपुर की रेललाइन पर ड्रोन लगाने का काम भी शुरू है। जांच एवं निगरानी में सार्थक परिणाम आने पर रेलवे का ड्रोन पर जोर है। ड्रोन आज लाइन की स्थिति और भीड़ पर नजर रखने का उचित साधन है। इससे महत्वपूर्ण व संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी आसानी से जुटाई जा सकती है। यात्री व लाइन सुरक्षा: यात्री व रेल लाइन सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे नई तकनीक का इस्तेमाल करने पर जोर दे रहा है, ताकि आपातकाल या किसी तरह के हादसे में ड्रोन की मदद से राहत व जांच के साथ बचाव कार्य में मदद मिले। जबकि, ड्रोन से ट्रेनों के परिचालन और निर्माण पर नजर रखने में रेलवे को सहूलियत होगी। नक्सलग्रस्त है चक्रधरपुर मंडल: हावड़ा-मुंबई रेलमार्ग का चक्रधरपुर मंडल नक्सलग्रस्त है। 75 में से 13 स्टेशनों पर पहले पोस्टर चिपक चुके हैं। खुफिया रिपोर्ट में कई बार टाटानगर एवं राउरकेला स्टेशन पर आंतकी हमले की आशंका जताई गई है। वहीं, दक्षिण-पूर्व जोन की 13 सौ किमी रेललाइन नक्सल प्रभावित है।रेलवे में हुआ ट्रायल: उत्तर प्रदेश व दक्षिण-भारत में ट्रेन हादसे की जांच के लिए रेलवे ने वर्ष 2017 में दो बार ड्रोन का इस्तेमाल किया। इसके बाद ही रेलवे हर जोन व मंडल के लिए ड्रोन को आवश्यक कर रहा है।