टाटानगर में पांच ट्रेन नहीं आने से भड़के यात्री
टाटानगर स्टेशन के यात्रियों ने शुक्रवार दोपहर पूछताछ केंद्र पर हंगामा किया। क्योंकि, 86 वर्ष पुराने पुल को काटने के कारण पांच लोकल ट्रेनें टाटानगर नहीं आई...
टाटानगर स्टेशन के यात्रियों ने शुक्रवार दोपहर पूछताछ केंद्र पर हंगामा किया। क्योंकि, 86 वर्ष पुराने पुल को काटने के कारण पांच लोकल ट्रेनें टाटानगर नहीं आई थीं।
टाटानगर से चक्रधरपुर और चाकुलिया पैसेंजर ट्रेन अप-डाउन में रद्द थी। इससे सैकड़ों यात्रियों को आवागमन में दिक्कत हुई। इधर, हंगामे के कारण स्टेशन ड्यूटी रेलकर्मी व सुरक्षा जवान परेशान थे। धनबाद एवं हटिया के यात्रियों को गम्हरिया जाने का सुझाव पूछताछ केंद्र से दिया जा रहा था। धनबाद स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के यात्री आसनसोल इंटरिसटी से टाटानगर पहुंचे और पुरुलिया मेमू ट्रेन द्वारा यात्रियों को टाटानगर से गम्हरिया पहुंचाया गया।
ग्रामीण यात्रियों को दिक्कत
लाइन ब्लॉक के कारण कोल्हान के सैकड़ों यात्री परेशान हुए। क्योंकि, चक्रधरपुर व चाकुलिया पैसेंजर रद्द थी। जबकि, बिलासपुर, बरकाकाना, बड़बिल पैसेंजर सीनी व कांड्रा स्टेशन से लौटी है। एक दिन में पांच ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होने से टाटानगर रेलवे का राजस्व कम हुआ है।
आठ घंटे सक्रिय थे अधिकारी: पुल काटने के दौरान चक्रधरपुर के डीओएम अवतार सिंह, टाटानगर के एआरएम विकास कुमार, एईएन संजय कुमार, डीटीआई पीके बिस्वाल, आईओडब्ल्यू जे हलधर 80 से ज्यादा मजदूर व तकनीशियन के साथ साढ़े आठ घंटे तक सक्रिय थे। सुरक्षा के तहत जवानों ने प्लेटफॉर्म नंबर दो के पास रास्ता रोक रखा था। सुबह आठ बजे ट्रेनयुक्त क्रेन से बांधकर पुराने पुल को गैस कटर से काटने का काम शुरू हुआ। दोपहर में ढाई बजे तक पुल कट गई। इससे शाम चार बजे ओएचई जोड़कर तीनों लाइन को ट्रेन परिचालन के योग्य बनाया गया।
फिर होगा लाइन ब्लॉक : इंजीनियरिंग अधिकारी परिचालन विभाग से लाइन ब्लॉक मांगकर दो-तीन दिनों में फिर पुराने पुल को काटेंगे। शुक्रवार सुबह 8 बजे से शाम साढ़े 4 बजे तक 5 से 7 नंबर लाइन में ब्लॉक लेकर दूसरी बार स्टेशन के पुराने पुल को काटा है। इससे पहले 10 दिसंबर को 7 से 9 नंबर लाइन में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच पुल का एक हिस्सा काटा गया था।