आठ रेलवे खानपान निरीक्षक को आईआरसीटीसी का नोटिस
दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन के आठ खानपान निरीक्षक आईआरसीटीसी में जाकर फंस गए। करीब 12 वर्षों बाद सभी को आउटस्टैंडिंग का नोटिस मिला है। इनमें चक्रधरपुर रेल मंडल खानपान निरीक्षक आरएन मिश्रा का भी नाम है, जो...
दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन के आठ खानपान निरीक्षक आईआरसीटीसी में जाकर फंस गए। करीब 12 वर्षों बाद सभी को आउटस्टैंडिंग का नोटिस मिला है। इनमें चक्रधरपुर रेल मंडल खानपान निरीक्षक आरएन मिश्रा का भी नाम है, जो आईआरसीटीसी से रेलवे में लौटे हैं। नोटिस के अनुसार, एक खानपान निरीक्षक को आईआरसीटीसी से आउटस्टैंडिंग मद में तीन लाख से ज्यादा राशि जमा करनी है अन्यथा रिटायर होने के बाद की सुविधाओं पर असर पड़ेगा। इधर, विभागीय नोटिस पाने वाले पांच खानपान निरीक्षक एक-डेढ़ वर्ष पूर्व रिटायर हो चुके हैं। अब हर खानपान निरीक्षक यह सोचकर परेशान हैं कि आउटस्टैंडिंग कैसे है। कई लोगों ने आईआरसीटीसी के आउटस्टैंडिंग नोटिस के खिलाफ कोलकाता हाईकोर्ट में अर्जी भी दी है, जिसमें नोटिस को बेबुनियाद बताकर रोक लगाने की मांग रखी है। जबकि चक्रधरपुर मंडल के खानपान निरीक्षक दक्षिण-पूर्व जोन आईआरसीटीसी में शिकायत करेंगे। क्योंकि, गोदाम ड्यूटी के दौरान कोई आउटस्टैंडिंग नहीं थी। सूचना के अनुसार, आईआरसीटीसी से रेलवे में लौटे खानपान निरीक्षकों को आउटस्टैंडिंग क्लीयर न होने से आर्थिक नुकसान हो सकता है। आईआरसीटीसी से एनओसी नहीं मिलने से रिटायरमेंट के दौरान दस महीने की वेतन राशि पर रोक लगाने का प्रावधान है। फिलहाल रेलवे में कार्यरत या रिटायर खानपान निरीक्षक एक-दूसरे के सपंर्क में हैं, ताकि कोलकाता हाईकोर्ट से जारी आदेश तत्काल चक्रधरपुर, रांची, आद्रा व खड़गपुर मंडल में कार्यरत खानपान निरीक्षकों तक पहुंच सके।