आयरन ओर से लदी मालगाड़ी बेपटरी, चार गाड़ियों का परिचालन प्रभावित, बड़ा हादसा टला
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन से तीन सौ मीटर की दूरी पर रेलवे ओवर ब्रिज से दस कदम पहले टाटा स्टील जा रही आयरन ओर से लदी मालगाड़ी बेपटरी हो गई। हालांकि, इससे किसी प्रकार के जालमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन...
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन से तीन सौ मीटर की दूरी पर रेलवे ओवर ब्रिज से दस कदम पहले टाटा स्टील जा रही आयरन ओर से लदी मालगाड़ी बेपटरी हो गई। हालांकि, इससे किसी प्रकार के जालमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन बिजली का पोल अगर टूट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना सुबह करीब आठ बजे की है। जानकारी मिलने के बाद रेलवे अधिकारियों की पूरी टीम मौके पर आनन-फानन में पहुंची और बोगियों को पटरी पर लाने के लिए काम शुरू कर दिया। इस दुर्घटना के बाद करीब चार मालगाड़ियों का परिचालन बाधित हुआ। समाचार लिखे जाने तक दो बोगियों को ट्रैक पर लाया जा चुका था, जबकि इंजन और एक और बोगी को पटरी पर लाने का काम चल रहा था। टाटा स्टील जानेवाली रेलवे लाइन पर मालगाड़ियों के पटरी से उतरने की घटना यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई मालगाड़ियों की बोगी पटरी से उतर चुकी है। हालांकि, उन घटनाओं के अनुपात में यह बड़ी दुर्घटना है। बार-बार दुर्घटना के बाद भी मेंटनेंस के नाम पर इस लाइन में न के बराबर काम होता है।
नीचे कोयला से बनता है गुल : टाटा स्टील के कोयले का चूर्ण आदित्यपुर में असहाय वर्ग के लोगों के लिए आजीविका का बड़ा साधन है। सैकड़ों परिवार चलती गाड़ी से कोयले का चूर्ण उतारते हैं और गुल बनाते हैं। जिस स्थान पर मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसके ठीक नीचे लोग इस काम में लोग लगे रहते हैं। अगर बिजली के पोल बोगियों का भार अपने ऊपर नहीं लेते तो पूरी मालगाड़ी नीचे गिर जाती, जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
रेलवे के सभी विभागों के इंजीनियर पहुंचे : टाटा नगर रेलवे के इंजीनियरिंग, सेफ्टी, मेकैनिकल विभाग के तमाम अधिकारी मौके पर सुबह से ही कैंप किये हुए थे। अधिकारियों की टीम तेज गति से काम करने में जुटी रही।
रात तक हो जाएगा परिचालन शुरू : चीफ यार्ड मास्टर पीसी पात्रो ने बताया कि दो बोगियों को खड़ा किया जा चुका है। तेज गति से काम चल रहा है। रात 10 बजे तक सारी बोगियों को खड़ा कर लिया जाएगा।