गार्ड बगैर मालगाड़ी चलाने से भड़के चालक
टाटानगर स्टेशन पर भी बगैर गार्ड के मालगाड़ी चलाने का आदेश हो गया। सोमवार रात साढ़े आठ बजे से नई व्यवस्था लागू हो गई। इससे ट्रेन चालकों को ही इंजन से मालगाड़ी के अंतिम वैगन तक नजर रखना होगा। इधर, रेलवे...
टाटानगर स्टेशन पर भी बगैर गार्ड के मालगाड़ी चलाने का आदेश हो गया। सोमवार रात साढ़े आठ बजे से नई व्यवस्था लागू हो गई। इससे ट्रेन चालकों को ही इंजन से मालगाड़ी के अंतिम वैगन तक नजर रखना होगा। इधर, रेलवे की व्यवस्था से ट्रेन चालक आक्रोशित हैं। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के दक्षिण-पूर्व जोन महासचिव पारस कुमार ने फोन पर बताया कि बगैर गार्ड के मालगाड़ी चलाने का विरोध होगा। क्योंकि, यह खतरनाक है। धरना और प्रदर्शन कर रेलवे को सेफ्टी प्रावधानों का हवाला दिया जाएगा, ताकि पुरानी व्यवस्था कायम रहे। एलआरएसए के चक्रधरपुर मंडल व टाटानगर के सचिव रंजीत कुमार एवं उमेश रजक ने मंगलवार को स्टेशन के बाहर सभा कर आंदोलन की चेतावनी दी। जबकि, डेढ़ दर्जन ट्रेन चालकों ने मालगाड़ी पर ड्यूटी शुरू करने से पहले परिचालन विभाग के स्टेशन अधीक्षक को पत्र (मेमो) देकर नाराजगी जताई है। ट्रेन चालकों के अनुसार, गार्ड के बगैर शंटिंग के दौरान दुर्घटना की आशंका है। हालांकि, दक्षिण-पूर्व जोन से अभी सिर्फ दो कंपनियों के अंदर जा रहीं मालगाड़ियों के लिए यह आदेश हुआ है। लेकिन, रेलवे की योजना आदित्यपुर, संबलपुर व आद्रा की तरह हर मार्ग की मालगाड़ियों में यह व्यवसथा लागू करने की है।व्हीलचेयर वाणिज्य विभाग के जिम्मे : व्हीलचेयर की व्यवस्था अब वाणिज्य विभाग के जिम्मे होगा। टाटानगर स्टेशन पर एक-दो दिनों में यह व्यवस्था शुरू होगी। अभी तक स्टेशन अधीक्षक कार्यालय में व्हीलचेयर रहता था। लेकिन, परिचालन रेलवे कर्मचारी पर से काम का बोझ कम करने के लिए यह योजना बनी है। इससे पूछताछ केंद्र या स्टेशन के वाणिज्य उपाधीक्षक कार्यालय के पास एक काउंटर बन सकता है। जहां पहचान पत्र दिखाने पर व्हीलचेयर मिलेगा।