कोविड-19 से ग्रसित मरीजों के लिए रांची में 2281 बेड तैयार किए गए हैं। रिम्स रांची में 252 नॉर्मल कोविड बेड की व्यवस्था की गई है। यहां बिना लक्षण के कोविड-19 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है।यहां ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड 90, आईसीयू बेड 88 तथा 48 वेंटीलेटर बेड हैं।
सदर अस्पताल में 62 ऑक्सीजन बेड, 60 आईसीयू बेड और 60 वेंटीलेटर बेड हैं। सीसीएल गांधीनगर में 60 नॉर्मल बेड, 10 आईसीयू बेड और 05 वेंटीलेटर बेड है। खेलगांव स्थित कोविड केयर सेंटर में 710 नॉर्मल बेड है। निजी अस्पतालों में 189 नॉर्मल बेड, 404 ऑक्सीजन बेड, 190 आईसीयू बेड और 53 वेंटीलेटर बेड तैयार किए गए हैं।
बच्चों के लिए ज्यादा घातक साबित हो रही दूसरी लहर
कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे भी तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले के कुल सक्रिय केस 815 में 27 बच्चे और किशोर शामिल हैं। इस तरह 3.3 प्रतिशत बच्चे बीमारी से ग्रसित हैं। इनमें एक 3 साल का बच्चा भी है। यह संक्रमण उसके परिजनों के पॉजिटिव होने के चलते हुआ। आंकड़े बता रहे हैं कि कोरोना की पहली लहर की अपेक्षा दूसरी लहर में बच्चे जल्द संक्रमित हो रहे हैं। चार बच्चे ऐसे हैं, जिनकी उम्र 3 से 10 वर्ष के बीच है, जबकि अन्य 13 से 18 वर्ष तक के हैं।