पोड़ाहाट अनुमंडल के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी में दो जगहों पर नक्सलियों ने नौ वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम करीब तीन बजे भाकपा माओवादियों ने लांजी पहाड़ी के ऊपर पांच तथा पहाड़ी के नीचे दड़कादा गांव के समीप चार वाहनों को आग के हवाले किया है।
नक्सलियों ने पहाड़ी के ऊपर एक पानी के टैंकर, एक हाईवा, एक जेसीबी, एक मिक्सचर मशीन तथा तीन बाइक को जला दिया, जबकि पहाड़ी के नीचे दड़कादा के समीप दो ट्रैक्टर, एक हाईवा तथा एक जेसीबी को फूंक दिया। सूत्रों की मानें तो गुरुवार सुबह नक्सलियों ने लांजी पहाड़ी के नीचे अधूरे जले ट्रैक्टर को दोबारा आकर आग के हवाले किया। कुछ बाइक नक्सली अपने साथ भी लेकर भाग खड़े हुए हैं।
इधर, टोकलो थाना क्षेत्र की लांजी पहाड़ी पर दड़कदा गांव के पास नक्सलियों द्वारा सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों को फूंकने के मामले में गुरुवार को एसपी अजय लिंडा, एएसपी अभियान, थाना प्रभारी चक्रधरपुर प्रवीण कुमार सहित चाईबासा जिला पुलिस और सैट के जवानों के साथ बाइक से पैदमपुर स्थित सैंफ कैंप पहुंचे। यहां अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद एसपी कैंप से करीब एक किलोमीटर पैदल चलकर घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और सैप के जवानों को दिशा-निर्देश दिया।
एसपी अजय लिंडा ने कहा कि ग्रामीण जनता को नक्सली खुशहाल नहीं देखना चाहते हैं। इस घटना से नक्सलियों की मंशा और सिद्धांत साफ झलकते हैं। उन्होंने कहा कि लांजी गांव में जाने के लिए सड़क नहीं है। यह सड़क ग्रामीणों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। सड़क नहीं होने के कारण जब कोई ग्रामीण बीमार पड़ता है तो उसे खाट पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। इस कारण कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
रास्ता नहीं होने के कारण क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है, जिस कारण लोग आज भी चुआं का पानी पीने को मजबूर हैं। ऐसी स्थिति में सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों को जलाकर नक्सलियों ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ पिछले दिनों चलाये गये ऑपरेशन से उन्हें लांजी से भागना पड़ा था, जिसकी बौखलाहट के कारण इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है।
वाहन जलाने के के मामले प्राथमिकी दर्ज
लांजी में वाहन जलाने के मामले में टोकलो थाने में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में अब तक संदेवक द्वारा थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। इस कारण पुलिस द्वारा अपने स्तर से ही नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
दूसरे दिन में भी पसरा रहा सन्नाटा
घटना के बाद से ही लांजी स्थित सड़क निर्माण करने वाली ठेका कंपनी के कैंप में सन्नाटा पसरा हुआ है। सामान इधर-उधर बिखरे पड़े हैं और जले वाहन नक्सलियों के तांडव की दास्तां बयां कर रहे हैं।