भारत और चीन के बीच 11वीं कोर कमांडर स्तर की बातचीत, बाकी क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पर जोर

भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 11वीं बैठकक शुक्रवार को आयोजित की गई। यह बैठक चुशुल-मोल्दो सीमा पर आयोजित की गई थी। दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जल्द से जल्द पूर्वी...

offline
भारत और चीन के बीच 11वीं कोर कमांडर स्तर की बातचीत, बाकी क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पर जोर
Ashutosh Ray एजेंसी , नई दिल्ली
Sat, 10 Apr 2021 7:36 PM

भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 11वीं बैठकक शुक्रवार को आयोजित की गई। यह बैठक चुशुल-मोल्दो सीमा पर आयोजित की गई थी। दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जल्द से जल्द पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले शेष स्थानों से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को पूरा करने पर जोर दिया। 

दोनों देशों ने मौजूदा समझौते और प्रोटोकॉल के अनुसार जल्द से जल्द बचे हुए मुद्दों को हल करने पर सहमति व्यक्त की। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बातचीत के दौरान इलाके में शांति बहाली करने और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ने पर जोर दिया गया। 

दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि अपने नेताओं से मार्गदर्शन लेना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा आगे के लिए संचार जारी रखने और शेष मुद्दों पर जल्द से जल्द समाधान की दिशा में काम करें। बता दें कि इससे पहले 20 फरवरी को 10वें दौर की वार्ता हुई थी। तब दोनों देश पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी झोर से अपने-अपने सैनिकों और हथिरायों को पीछे हटाने पर राजी हुईं थीं। दोनों देशों के बीच यह वार्ता लगभग 16 घंटे तक चली थी।

आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच लगभग एक साल से सैन्य गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। हालांकि हाल में रिश्तों पर जमी बर्फ की परतें पतली हुई है। विवादास्पद पैंगोंग झील इलाके से दोनों सेनाओं ने अपने-अपने जवानों को वापस बुला लिया है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने दोनों पक्षों को इसका श्रेय दिया। साथ ही इस संकट के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा दिए गए इनपुट से देश को लाभान्वित होने की बात कही थी।
 

हमें फॉलो करें
ऐप पर पढ़ें

देश की अगली ख़बर पढ़ें
India China Military Talks
होमफोटोवीडियोफटाफट खबरेंएजुकेशनट्रेंडिंग ख़बरें