संपूर्ण क्रांति का गार्ड कोच बेपटरी, शिवगंगा-पूर्वा सहित 44 ट्रेनें फंसी
दिल्ली से पटना जा रही 12394 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का गार्ड ब्रेकयान दिल्ली-हापुड़ डायमंड क्रासिंग पर पटरी से उतर गया। एलएचबी कोचों की वजह से एक बार फिर बड़ा हादसा होने से बच गया। नहीं तो ब्रेकयान...
दिल्ली से पटना जा रही 12394 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का गार्ड ब्रेकयान दिल्ली-हापुड़ डायमंड क्रासिंग पर पटरी से उतर गया। एलएचबी कोचों की वजह से एक बार फिर बड़ा हादसा होने से बच गया। नहीं तो ब्रेकयान के बेपटरी होते ही पूरी ट्रेन पलट सकती थी। सूचना पर एआरटी और रेलवे अफसर मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करा दिया।
हादसे के चलते दिल्ली से कानपुर, मेरठ और हापुड़ रूट पर ट्रेन संचालन पूरी तरह ठप हो गया। देर रात दिल्ली से कानपुर की ओर आने वाली ट्रेनों हापुड़ की डायमंड क्रासिंग की लूप लाइन से पास कराया गया। कानपुर की ओर आने वाली शिवगंगा, प्रयागराज, पूर्वा, मगध, ब्रह्मपुत्र, पुरुषोत्तम सहित 44 ट्रेनें तीन से पांच घंटे विलंब से कानपुर आने की संभावना है। ट्रेन दुर्घटना में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
शनिवार शाम लगभग साढ़े छह बजे संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस गाजियाबाद और टूंडला के बीच खंभा नंबर 21/6 और 21 /4 स्थित डायमंड क्रासिंग से पास हो रही थी। पूरी ट्रेन निकल गई लेकिन आखिरी कोच गार्ड ब्रेकयान पटरी को उखाड़ते हुए बेपटरी हो गया। ट्रेन का प्रेशर लो हुआ और गाड़ी खड़ी हो गई। दिल्ली, हापुड़, मेरठ रूट पर संचालन ठप हो गया। गनीमत रही कि कानपुर आने वाली सभी राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस निकल चुकी थी। पीछे से आने वाली कई ट्रेनों को दिल्ली और गाजियाबाद स्टेशन पर रोकना रोकना पड़ा। श्रमशक्ति एक्सप्रेस सहित कानपुर आने वाली 44 ट्रेनों को समय से दो घंटे बाद से चलाने का फैसला हुआ।
एक साल से था कॉशन
लगभग एक साल पहले डायममंड क्रासिंग के ट्रैक खराब हुआ था। खतौनी में हुई रेल दुर्घटना के मद्देनजर एक साल पहले इस प्वाइंट पर 30 किमी. का कॉशन लगा दिया गया था। एक साल से ट्रेनें कॉशन पर चलाई जा रही थी लेकिन डायमंड क्रासिंग की डैमेज पटरी एक साल में भी नहीं बदल पाए।