फुटबॉल को वैश्विक स्तर पर संचालित करने वाली संस्था फीफा ने अहम फैसला लेते हुए बुधवार को पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन(पीएफएफ) को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने यह फैसला तीसरे वर्ग के दखल के कारण लिया है। इसके अलावा फीफा ने चाड फुटबॉल एसोसिएशन को भी निलंबित करने का फैसला किया गया है।
पीएफएफ के नाम से पहचाने जाने वाले पाकिस्तान सॉकर महासंघ को तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के कारण चार साल में दूसरी बार निलंबित किया गया जब पिछले महीने अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने संस्था के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया।
फीफा ने अपने बयान में कहा कि, 'यह फैसला हाल ही में पीएफएफ हेडक्वार्टर पर कब्जे के बाद अमान्य चुनावों के कारण किया गया है। उन्होंने फीफा द्वारा बनाई गई खास कमेटी को हटा दिया जो हारून मलिक की अध्यक्षता में काम कर रही थी। किसी तीसरे वर्ग की इस तर दखलअंदाजी नियमों के खिलाफ है। हम यह फैसला करने के लिए मजबूर हैं।'
ये प्रदर्शनकारी अधिकारियों के समूह के बीच सालों की आंतरिक लड़ाई के बाद पाकिस्तान में खेल के संचालन के लिए फीफा द्वारा नियुक्त 'नॉर्मलाइजेशन समिति' का विरोध कर रहे थे। पीएफएफ मुख्यालय पर कब्जे के कारण पहले ही नेशनल महिला चैंपियनशिप में खलल पड़ गया है।
चाड को उस समय निलंबित किया गया जब इस अफ्रीकी देश की सरकार ने राष्ट्रीय सॉकर महासंघ को भंग करके खेल के संचालन के लिए नए अधिकारियों की नियुक्ति करने का प्रयास किया। फीफा ने कहा है कि वे निलंबन तभी हटाएंगे जब सरकार अपने फैसले को रद्द करेगी और फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष को दोबारा अधिकार सौंपेगी।
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