उपरैला गांव में राशन कोटा को लेकर खूनी संघर्ष

उपरैला गांव में राशन कोटा प्रस्ताव खूनी संघर्ष में बदल गया। गांव के प्राथमिक विद्यालय में कोटा प्रस्ताव को लेकर जमा दो पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए। भिड़ंत में जमकर पत्थरबाजी के साथ कई राउंड...

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उपरैला गांव में राशन कोटा को लेकर खूनी संघर्ष
Newswrap हिन्दुस्तान टीम , बदायूं
Wed, 20 Dec 2017 11:50 PM

उपरैला गांव में राशन कोटा प्रस्ताव खूनी संघर्ष में बदल गया। गांव के प्राथमिक विद्यालय में कोटा प्रस्ताव को लेकर जमा दो पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए। भिड़ंत में जमकर पत्थरबाजी के साथ कई राउंड फायरिंग हुई। मारपीट में दर्जनों ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई।

पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। अलापुर थाना क्षेत्र के गांव उपरैला विकासखंड जगत का राशन कोटा कई महीनों से निलंबित चल रहा था। बुधवार को निलंबित कोटे का गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों के द्वारा खुली बैठक से प्रस्ताव होना था। कोटे के संबंध में गांव निवासी भाजपा नेता बहोरन लाल और दूसरे पक्ष के रामगोपाल ने अपनी दावेदारी पेश की थी। दोनों के समर्थन में सैकड़ों ग्रामीण स्कूल में पहुंचे थे। प्रस्ताव में सचिव और एडीओ भी पहुंचे थे। स्कूल परिसर और बाहर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। अपने अपने कोटादार के लिए ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर की। नारेबाजी के दौरान बहोरन लाल के समर्थक को किसी ने गालीगलौच कर दी। इसे लेकर दोनों पक्षों के समर्थकों में तनातनी हो गई। दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई। मारपीट होता देख अन्य लोगों ने विवादित लोगों को स्कूल के बाहर निकल दिया और एडीओ व सचिव वहां से खिसक लिए।सैकड़ों लोग स्कूल के बाहर आने के बाद भिड़ गए और रास्ते में पड़े ईंट पत्थर को एक दूसरे को ऊपर फेंकने शुरू कर दिए। ईंट पत्थरबाजी के चलते भीड़ में अफरा तफरी मच गई। वहीं खुराफाती लोग घटनास्थल पर लाठी डंड़े लेकर आ धमके और एक दूसरें पर बरसाना शुरू कर दिया। मारपीट में दर्जनों ग्रामीण लहूलूहान हो गए। दोनों पक्षों में घंटों मारपीट चली, इससे गांव का माहौल दहशत मय हो गया। मामले की सूचना थाना पुलिस को दी गई। मौके पर दातागंज सीओ एसपी सिंह के साथ अलापुर थाना पुलिस, उसावां, हजरतपुर और उसहैत थाना पुलिस पहुंच गई। भारी मात्रा में पुलिस फोर्स पहुंचते ही खुराफातियों की भीड़ तितरबितर हो गई। पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। भाजपा नेता बहोरन लाल राजपूत का आरोप है कि विवाद पहले से ही सुनोयोजित था। ग्रामीणों को उकसाया गया जो विवाद की जड़ बनाया गया है। वहीं दूसरे पक्ष ने आरोप को निराधार बताया है। पथराव व फायरिंग में राजकिशोर, प्यारें लाल, रामसरन, ओमपाल, मदनपाल, महावीर, सूरजपाल, दुर्गपाल, नत्थूलाल, नितिन, मदन, राजशरन, सुनील सहित दर्जनों ग्रामीणों घायल हो गए। घायलों की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल में बहोरन लाल के पक्ष की ओर से कई ट्रैक्टर-ट्राली भरकर ग्रामीण पहुंच गए। जिन्होंने आरोपियों के खिलाफ हल्ला बोलकर एसएसपी से शिकायत करने की बात कहीं। मामले में एक पक्ष की ओर से थाना पुलिस को तहरीर मिल गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रस्ताव के संघर्ष में बची बच्चों की जानविवाद की शक्ल नहीं होती। कब कहां कैसे विवाद उत्पन्न हो जाए। इसकी कोई शर्त नहीं होती। सरकारी राशन कोटे के प्रस्ताव में शमिल होने पहुंचे ग्रामीण एक दूसरे के पड़ोस थे। लेकिन झगड़ा होते ही एक दूसरे के दुश्मन बन गए। जिस स्कूल में कोटे का प्रस्ताव होना था। उसमें करीब 120 बच्चे पढ़ रहे थे। कहासुनी होने के बाद समझदार लोगों ने खुराफाती लोगों को स्कूल परिसर से बाहर निकल दिया था। इसके चलते पथराव व मारपीट भी स्कूल परिसर के बाहर हुई। इसके साथ ही मारपीट की सूचना पर तत्काल ही पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस ने लाठियां फटकर कर भीड़ को खदेड़ दिया था। अगर मारपीट स्कूल परिसर में होती, तो बच्चों की जान का खतरा हो सकता था।

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