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खुर्जा से भाऊपुर तक रेलवे ट्रैक पर 100 की स्पीड से दौड़ेंगी मालगाड़ी, 400 किलोमीटर के ट्रैक का सफल ट्रायल

डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ट्रैक पर भाऊपुर से भदान तक शुक्रवार को इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाया गया। खुर्जा से भदान तक पहले से ही मालगाड़ी दौड़ाई जा रही है। अब खुर्जा से भाऊपुर तक 400किलो मीटर का यह ट्रैक...

खुर्जा से भाऊपुर तक रेलवे ट्रैक पर 100 की स्पीड से दौड़ेंगी मालगाड़ी, 400 किलोमीटर के ट्रैक का सफल ट्रायल
जसवंतनगर(इटावा)। हिन्दुस्तान संवाद Fri, 04 Dec 2020 04:56 PM
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डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ट्रैक पर भाऊपुर से भदान तक शुक्रवार को इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाया गया। खुर्जा से भदान तक पहले से ही मालगाड़ी दौड़ाई जा रही है। अब खुर्जा से भाऊपुर तक 400किलो मीटर का यह ट्रैक मालगाड़ी दौड़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हो चुका है। जल्द ही इस नए ट्रैक पर मालगाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा। पंजाब के धनकुट्टी से हावड़ा तक सिर्फ मालगाड़ियों के लिए यह ट्रैक बनाया गया है।

खुर्जा से भाऊपुर तक 400 किमी लंबी दूरी के प्रोजेक्ट पर टाटा एल्डिसा और एएम इनफ्राट्रेक ने मिलकर डेडीकेट फ्रेट कॉरिडोर को तैयार किया है। इस पर इटावा, जसवंतनगर, बलरई होते हुए पहले इलेट्रिक रेल इंजन ने भाऊपुर से लेकर खुर्जा तक का सफर तय किया। इस ट्रैक पर ट्रायल के रूप में लगभग 1400 सौ बार मालगाड़ी ट्रायल के रूप में गुजारी जा चुकी हैं। डेडीकेट फ्रेट कॉरिडोर तैयार होने के बाद कानपुर-दिल्ली रेलखंड पर मालगाड़ी चलाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा देखा गया सपना पूरा हुआ। इस कार्य को पूरा करने में कई वर्षों का समय लगा है। कार्यदायी संस्था ने सरकार द्वारा निर्धारित किए गए समय में कार्य को पूरा कर लिया गया है।

खुर्जा से कानपुर तक ट्रैक का निर्माण करा रही टाटा कंपनी के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर किशोर कुमार चड्ढा व डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर कारपोरेशन (डीएफसीसी) के डिप्टी सीपीएम बीएस झड़ियाल ने बताया कि ट्रैक व पुलों को आधुनिक तकनीक से बनाया गया है। इस पर 100 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ियां दौड़ सकेंगी। खुर्जा से भाऊपुर तक लगभग400 किलोमीटर का ट्रैक पूरी तरह तैयार है।

मालगाड़ियों को मिला अपना ट्रैक
भाऊपुर से खुर्जा तक मालगाड़ियां अब पूरी रफ्तार से अपने नए ट्रैक पर दौड़ने लगेंगी। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का रेल ट्रैक मालगाड़ियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। कॉरिडोर से मालगाड़ियों को जहां अपना ट्रैक मिलेगा, वहीं पहले से चल रहे ट्रैक पर लोड कम होने से यात्री ट्रेनों की राह आसान होगी। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत भाऊपुर से खुर्जा तक करीब 400 किमी लंबे ट्रैक पर तीन स्तर पर काम शुरू किया गया था। पहला भाऊपुर से भदान तक, दूसरा भदान से आगरा व तीसरा आगरा से खुर्जा तक। बीते दिनों भाऊपुर से भदान तक ट्रैक की फिनिशिंग का काम चल रहा था जो अब पूरा हो चुका है। अब खुर्जा से भाऊपुर के बीच चल रहीं मालगाड़ियां डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ट्रैक पर स्थानांतरित कर दी जाएंगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि 400 किमी के इस रूट पर यात्री ट्रेनों को आसानी से गुजारा जा सकेगा, कॉरिडोर के ट्रैक पर मालगाड़ी 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलायी जा सकेगी।

इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव इंजन से चलेंगी मालगाड़ी
फ्रेट कॉरीडोर पर इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव इंजन से मालगाड़ी चलाई जाएंगी। दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर यात्री ट्रेनों की संख्या अधिक है जिसकी वजह से अभी तक मालगाड़ियों को लंबी दूरी तय करने में  काफी समय लग जाता था।यात्री ट्रेनों को पास करनें के लिए मालगाड़ी को लूप लाइन में खड़ा होना पड़ता था। 

यह मिलेगी राहत
दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर पहले से करीब 170 से 200 मालगिाड़यां चलती है। जब कि 375 यात्री ट्रेनें दौड़ रही है। कोरोना काल में मालगाड़ियों की संख्या उतनी ही है, लेकिन यात्री ट्रेनों की संख्या अब 120 है। फ्रेट कॉरीडोर पर मालगाड़ियां स्थानांतरित होने के बाद दिल्ली हाबड़ा रेल मार्ग पर सिर्फ यात्री ट्रेनें ही चलाई जाएगी साथ ही झ्न ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ेगी।

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