गोरखपुर महानगर में लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट पर जल्द ही मुहर लगने वाली है। इस प्रोजेक्ट को लेकर लखनऊ में 12 जुलाई को मेट्रो कार्पोरेशन की अहम बैठक होने जा रही है। इसमें गोरखपुर से कमिश्नर जयंत नार्लीकर और डीएम के. विजयेन्द्र पाण्डियन भी शामिल होंगे। उम्मीद है कि इस बैठक के बाद महानगर के लिए लाइट मेट्रो (दो बोगी वाली मेट्रो) प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल जाए।
लखनऊ की तर्ज पर गोरखपुर में मेट्रो के लिए हुए सर्वे में फिजिबिलिटी न मिलने की वजह से यहां लाइट मेट्रो बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। उसी प्रस्ताव पर 12 जुलाई को लखनऊ में मेट्रो कार्पोरेशन अहम बैठक होने जा रही है। शहर में दो बोगी वाली मेट्रो में एक साथ 400 लोग सवारी कर सकेंगे। यह लाइट मेट्रो पिलर पर चलेगी। गोरखपुर में मेट्रो के संचलन के लिए 4800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। .
2041 की संभावित जनसंख्या के आधार पर बना है गोरखपुर मेट्रो का प्रस्ताव
सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे गोरखपुर में लाइट मेट्रो परियोजना पर
बोगी वाली मेट्रो में एक साथ यात्रा कर सकेंगे 400 लोग
गोरखपुर में फिजिबिलिटी न पाए जाने पर लाइट मेट्रो चलाने की है तैयारी
लाइट मेट्रो में होती है दो बोगी, निर्माण में समय भी कम लगता
मेट्रो की फिजिबिलिटी न पाए जाने के बाद गोरखपुर महानगर में लाइट मेट्रो चलाने की योजना बनी है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर 12 जुलाई को शासन में बैठक होनी है। बैठक के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। - के. विजयेन्द्र पाण्डियन, डीएम.
मेट्रो के पहले कॉरिडोर के लिए सूबा बाजार व दूसरे के लिए मोगलहा में डिपो बनाया जाएगा। पिलर पर चलने के कारण इसके निर्माण की लागत भी कम होगी। मेट्रो ट्रैक के दोनों तरफ 500 मीटर तक कोई भी व्यक्ति जितनी ऊंचाई तक चाहे निर्माण करा सकता है। बदले में उसे कुछ सालाना शुल्क जमा करना होगा। अभी शुल्क तय नहीं हो सका है। मेट्रो रेल ट्रांजिट सिस्टम पर कार्य करेगी। मेट्रो की दोनों बोगियों में एक बार में 400 यात्री सफर कर सकेंगे। श्याम नगर से सूबा बाजार तक 16.95 किमी के लिए प्रस्तावित पहले कॉरिडोर में मेट्रो के 16 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसी तरह गुलरिहा से कचहरी तक 10.46 किमी के दूसरे कॉरिडोर पर 11 स्टेशन बनने हैं।.
रेल अगले 22 वर्ष बाद की जनसंख्या के आधार पर बनाया गया है। वर्तमान में शहर की जनसंख्या करीब 14 लाख है, वर्ष 2041 तक यह आंकड़ा 23 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। .
कुल 27 मेट्रो स्टेशन बनेंगे
श्याम नगर से सूबा बाजार तक 16.95 किमी के लिए प्रस्तावित पहले कॉरिडोर में मेट्रो के 16 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसी तरह गुलरिहा से कचहरी तक 10.46 किमी के दूसरे कॉरिडोर पर 11 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं। राइट्स का मानना है कि जहां से मेट्रो गुजरेगी उस एरिया का व्यावसायिक इस्तेमाल हो सकेगा। दो स्टेशनों की दूरी बमुश्किल 700 से 1200 मीटर तक की होगी। ताकि यात्रियों को मेट्रो पकड़ने के लिए ज्यादा दूर तक न जाना पड़ेगा।.
ऐप पर पढ़ें