गोरखपुर से दिल्ली-मुम्बई को प्राइवेट ट्रेन, बिजली से चल सकती है बरहजिया
पूर्वांचलवासियों के लिए बजट नई सौगात लेकर आया है। इस वर्ष गोरखपुर से तीन प्राइवेट ट्रेनों का संचलन हो सकता है। भटनी से औड़िहार के बीच रेलवे विद्युतिकरण का रास्ता साफ हो गया है। वहीं भटनी से बरहज के...
पूर्वांचलवासियों के लिए बजट नई सौगात लेकर आया है। इस वर्ष गोरखपुर से तीन प्राइवेट ट्रेनों का संचलन हो सकता है। भटनी से औड़िहार के बीच रेलवे विद्युतिकरण का रास्ता साफ हो गया है। वहीं भटनी से बरहज के बीच चलने वाली बरहजिया ट्रेन भी बिजली से चल सकती है। इसके लिए सलेमपुर से बरहज बाजार के बीच विद्युतीकरण का रास्ता साफ हो सकता है।
पूर्वोत्तर रेलवे की झोली में इस बार बजट से काफी कुछ मिल सकता है। गोरखपुर से पहली बार प्राइवेट ट्रेनों का संचलन होगा। यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर से दिल्ली, मुम्बई और बंगलुरु रूट पर प्राइवेट ट्रेनों के संचलन का प्रस्ताव भेजा था। सरकार ने पहली बार 150 ट्रेनों के संचलन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। माना जा रहा है कि गोरखपुर से चलने वाली तीनों ट्रेनों के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल सकती है।
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नौ ट्रैक पर होगा विद्युतीकरण
वित्त मंत्री ने बजट में इस वर्ष 27 हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे की कई योजनाओं को गति मिल जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने वर्ष 2020 में नौ रेलवे ट्रैकों पर विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है भटनी-औड़िहार और फेफना-इंदारा रूट। भटनी से बरहज बाजार रेलमार्ग को भी विद्युतिकरण करने की योजना पर काम चल रहा है। इसमें भटनी से सलेमपुर तक विद्युतिकरण हो चुका है। अब सलेमपुर से बरहज बाजार तक विद्युतीकरण होने की उम्मीद जगी है। इस विद्युतिकरण के बाद बरहजिया ट्रेन बिजली के इंजन से चलेगी। इसके अलावा इस वर्ष कासगंज- बरेली, कन्नौज-फर्रुखाबाद, दुधौरा-महराजगंज-मसरख, राजापट्टी-छपरा कचहरी और मऊ-शाहगंज रेलवे ट्रैक का भी विद्युतीकरण हो सकता है।
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दोहरीकरण के प्रस्ताव है लंबित
इस बार बजट में वित्त मंत्री ने दोहरीकरण को लेकर कोई एलान नहीं किया। हालांकि पूर्वोत्तर रेलवे में गोरखपुर से नकहा जंगल तक दोहरीकरण और कुसम्ही जंगल तक तीसरी लाइन बिछाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा छपरा-औड़िहार, कच्छवा रोड-जंगीगंज, बुढ़वल-मुंडा गोपाल और औड़िहार-डोभी के दोहरीकरण की उम्मीद जगी है। पीलीभीत-शाहजहांपुर और लखीमपुर-मैलानी का आमान परिवर्तन हो सकता है।