रैपिड रेल : 55 लाख से बने डिवाइडर ध्वस्त, बनने लगे रैपिड के पिलर्स
मोहिउद्दीनपुर में लगभग 55 लाख की कीमत से डिवाइडर बनाए गए थे, जिनको एनसीआरटीसी की निर्माणाधीन कंपनी एलएंडटी ने ध्वस्त कर रैपिड के पिलर्स बनाने शुरू...
परतापुर। संवाददाता
मोहिउद्दीनपुर में लगभग 55 लाख की कीमत से डिवाइडर बनाए गए थे, जिनको एनसीआरटीसी की निर्माणाधीन कंपनी एलएंडटी ने ध्वस्त कर रैपिड के पिलर्स बनाने शुरू कर दिए हैं।
कुछ माह पूर्व 55 लाख की कीमत से मानक के विरुद्ध बनाए गए डिवाइडर को डीएम ने संज्ञान में लिया था और पीडब्ल्यूडी से जांच रिपोर्ट तलब की थी। उक्त डिवाइडर को एनसीआरटीसी की निर्माणाधीन कंपनी एलएंडटी ने ध्वस्त कर उन पर रैपिड के पिलर्स बनाने शुरू कर दिए। इसके अलावा जेपी रिसोर्ट से पंचवटी रोड तक एलएंडटी ने 30 में से 11 पिलर्स को सीमेंटेड कर दिया। जल्द ही इनको अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
एक्सप्रेस वे : तीनों इंटरचेंज पर कार्य शुरू, जल्द दी जाएगी कनेक्टिविटी
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का मुख्य प्वाइंट परतापुर तिराहा है। इसके लिए प्रस्तावित तीन इंटरचेंज पर जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने लाल पत्थर बिछाना शुरू कर दिया। जल्द ही इंटरचेंज से कनेक्टिविटी दे दी जाएगी। इसके अलावा तिराहे पर डिवाइडर ध्वस्त कर रूट डायवर्ट करने की तैयारी शुरू कर दी गई।
मेरठ से डासना तक जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने लगभग 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। इंजीनियरों का दावा है कि वह लक्ष्य तक काम पूरा कर देंगे। गुरुवार को ओवरब्रिज से तीनों इंटरचेंज को पक्का करने की शुरुआत कर दी गई। इसके लिए अत्याधुनिक मशीनें मंगा ली गई, जल्द ही कनेक्टिविटी भी दे दी जाएगी। इसके अलावा परतापुर तिराहे पर ही ट्रैफिक पुलिस चौकी को हटाने के बाद सर्विस रोड को चौड़ा कर दिया गया। डिवाइडर खत्म कर दिए गए। अब यहां ओरी वाल लगाने का कार्य किया जाना है। इसके बाद एक बार फिर रूट डायवर्जन कर दिया जाएगा। जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के इंजिनियरों का कहना है कि लक्ष्य के मुताबिक एक्सप्रेस वे को कम्पलीट कर दिया जाएगा।