उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में थाने के अंदर भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी और गौंडा थानाध्यक्ष अनुज सैनी के बीच हुई मारपीट मामले में कई वीडियो वायरल हुए हैं। एक वीडियो में एसओ ने पूछा विधायक जी... आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की? आप थाने में आकर मेरी वर्दी फाड़ रहे हैं, मेरी नेम प्लेट तोड़ रहे हैं, मेरे साथ मारपीट कर रहे हैं, इसका हर्जाना आप जानते हैं क्या है? दो मिनट 56 सेकंड की बातचीत में दोनों की बातचीत हो रही है। जिसमें थानाध्यक्ष बार बार यहीं कहते नजर आ रहे हैं कि विधायक जी आपको जनता ने चुना है, आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की। लेकिन विधायक गुस्से में नजर आये। पेश हैं विधायक व थानाध्यक्ष के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश...
एसओ- आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की
विधायक- जब से आपने चार्ज लिया है, एक भी कार्यकर्ता का काम नहीं किया। थाने में बिना पैसे कोई काम नहीं हो रहा।
एसओ- आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की।
विधायक- जब भी कोई फैसला कराते हो, यह कहते हो कि विधायक का फोन आया है तो पांच हजार रुपये बढ़ा दो। इनसे 20 हजार रुपये लो।
एसओ- नहीं आप मुझे बस इतना बताओ, आपने आते ही मेरे साथ मारपीट क्यों की।
विधायक- मुझे एक बात बताइये, मेरे हिंदू कार्यकर्ता, 15 दिन अस्पताल में पड़े रहे, मैंने कहा कि क्रॉस एफआइआर मत करना, लेकिन आपने एक सपा नेता के कहने पर क्रॉस एफआइआर दर्ज की। अब सपा नेता थाने में नेतागिरी करेगा।
एसओ- अच्छा। सपा नेता ने कहा मुकदमा लिखने के लिए, मैंने उसके कहने पर मुकदमा दर्ज किया?
विधायक- बिल्कुल। आपने उसके कहने पर मुकदमा दर्ज किया।
एसओ- आप इतना बताइये कि आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की, आप मारपीट करोगे थाने में घुसकर
विधायक- आप एक चीज बताओ, आप हर चीज को हल्के लेते हैं।
एसओ- आप आकर मेरी वर्दी फाड़ रहे हैं, मेरी नेम प्लेट तोड़ रहे हैं। मेरे साथ मारपीट कर रहे हैं। इसका हर्जाना आप जानते हैं क्या है।
विधायक- अरे, आप जो चाहे मेरे साथ कर दीजिए।
एसओ- आपको जनता ने चुना है। ऐसा नहीं कर सकते हैं।
विधायक- आपको जो चाहे करना हो कर दीजिए।
एसओ- आप ऐसा नहीं कर सकते हैं।
विधायक- आप मुझे बंद कर दीजिए।
एसओ- आप थाने में घुसकर एसओ के साथ मारपीट करेंगे।
विधायक- मुझे अपना कर्तव्य पता है। आपको जो मेरे साथ करना हैं, कर दीजिए।
एसओ- आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की, मारपीट क्यों की, इसकी वजह बताइए।
विधायक- क्या करें, जनता का काम है, आप हमारी जनता के साथ बदतमीजी करोगे।
एसओ- आपका काम नहीं होगा तो आप मारोगे।
विधायक- मैंने तो ऐसा नहीं कहा
एसओ- आप मारपीट करेंगे।
विधायक- आपने कभी हमारा सम्मान नहीं किया है।
एसओ- मैंने हमेशा आपको सम्मान दिया है।
विधायक- मैं कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय किसी सूरत में नहीं होने दूंगा।
एसओ- एक दिन पहले आपने एक दूसरे पक्ष के युवक को छुड़ाने के लिए कितने प्रयास किये।
विधायक- मैंने दूसरे पक्ष को छोड़ने के लिए कभी नहीं कहा होगा।
एसओ-आपको आपकी आवाज सुना दूं, बैकफुट पर आ जाओगे।
विधायक- नहीं, कभी दूसरे पक्ष के लिए कभी नहीं बोला होगा।