परेशानी:बजट के अभाव में हजारों बुजुर्गों दिव्यांगों की पेंशन अटकी
समाज कल्याण विभाग से पेंशन का लाभ लेने वाले आठ हजार 600 दिव्यांग और बुजुर्गों की पेंशन अटक गई है। विभाग ने पेंशन के लिए शासन से बजट की डिमांड की थी, लेकिन पर्याप्त बजट नहीं मिल पाया। इस कारण विभाग...
समाज कल्याण विभाग से पेंशन का लाभ लेने वाले आठ हजार 600 दिव्यांग और बुजुर्गों की पेंशन अटक गई है। विभाग ने पेंशन के लिए शासन से बजट की डिमांड की थी, लेकिन पर्याप्त बजट नहीं मिल पाया। इस कारण विभाग सभी पेंशनरों को पेंशन का भुगतान नहीं कर पा रहा है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से दिव्यांग और बुजुर्गों को 1200 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाती है। तीन महीने की पेंशन एक किश्त के रूप में सीधे लाभार्थियों के बैंकों खातों में भेजी जाती है। अप्रैल से जून तक की पेंशन विभाग ने कोरोना संकट के चलते एडवांस में अप्रैल महीने में भी दी थी, लेकिन जुलाई से सितंबर की पेंशन अब अक्तूबर में जारी की जा रही है।
जिले में दस हजार दिव्यांग पेंशनर हैं। इनके लिए विभाग ने तीन करोड़ रुपये बजट की डिमांड की थी, लेकिन विभाग को मात्र 50 लाख रुपये मिले हैं। ऐसे में विभाग आठ हजार पेंशनरों को पेंशन नहीं दे पा रहा है। 600 बुजुर्गों की पेंशन भी रुक गई है। जिले में करीब 50 हजार बुजुर्ग पेंशनर हैं।
दिव्यांग पेंशन मद में पूरा बजट नहीं मिल पाया है। इसलिए सभी पेंशनरों को पेंशन नहीं दी जा रही। बजट मिलने पर पेंशन जारी कर दी जाएगी।
हेमलता पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी