सरकार ने समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी आठ अफसरों पर विभागीय कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने समाज कल्याण सचिव को इन अफसरों पर कार्रवाई कर हाईकोर्ट को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। करोड़ों रुपये के इस घोटाले में 115 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इनमें 53 से ज्यादा मुकदमे हो चुके हैं।
छात्रवृत्ति घोटाले में विभागीय स्तर पर हालांकि लीपापोती की काफी कोशिश की गई। लेकिन हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद जब एसआईटी ने जांच शुरू की तो यह घोटाला परत दर परत खुलता चला गया। अधिकारियों ने शैक्षिक संस्थानों से मिलकर फर्जी छात्रों के नाम से खूब छात्रवृत्तियां जारी कीं।
न केवल प्रदेश बल्कि प्रदेश के बाहर भी कई संस्थानों के साथ मिलकर यह खेल खेला गया। इस प्रकरण में सरकार को हाईकोर्ट में विभागीय स्तर पर की गई कार्रवाई का ब्योरा भी पेश करना है। इसके तहत सरकार जल्द से जल्द विभागीय कार्रवाई को पूरा कर लेना चाहती है।
ये अधिकारी हैं दायरे में
गीता राम नौटियाल, जगमोहन कफोला, अनिल कुमार, दीपराज अग्निहोत्री, मनीष त्यागी, सोमप्रकाश, सत्यपाल, विनेाद कुमार (इनमें दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है।)